जिंदगी एक सफ़र
जयपुर, अपने आप में ही सारी दुनिया को समाने का मद्दा रखता है ये शहर| जयपुर कोई नया नहीं है मेरे लिए और न ही मैं नया हूँ इस शहर के लिए| आप जब अपने बनने की प्रक्रिया में होते है तो ऐसी कई बातें होती हैं जिसकी वजह से आज आप ‘आप’ बने हैं , और मैं आज जो कुछ भी हूँ, इस शहर की भी एक भूमिका है इसमें| मैं जब राजस्थान आया तो बहुत ही बेचारा सा था, दुनिया की बातों से अनजान था, मेरा गलती से सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान में सिलेक्शन हुआ और मैं बिना कुछ सोचे समझे अपना झोला उठा कर यहाँ आ गया| आ तो गया था पर जब देखा की दुनिया की रेस में बहुत पीछे खड़ा हूँ तो समझ नहीं पा रहा था की कैसे खुद को इस काबिल बनाऊ के बस पीछे ही न रह जाऊं| मैंने अपने लाइफ का पहला dslr कैमरा भी यहीं देखा था, राम का था| मैं देख कर हैरान हो गया ये कैसा कैमरा है| पहली ppt प्रेजेंटेशन मैंने यहीं आकर दी थी और यकीन मानिए, बहुत ही वाहियात थी, तब तो लैपटॉप भी नहीं हुआ करता था मेरे पास| कुछ ऐसे लोगों से मिला यहाँ बहुत बेहतरीन थे| खैर, आपको अपनी बातों से बोर नहीं करूँगा, अगर आपने मेरी विडियो देखी है instagram पर तो आप जानते हो...